तेरे सपनो में


में ये दुआ करता हूं की तेरे सपने में मैं आऊं
क्योंकि मेरे सपनो में तेरा अक्सर आना जाना रहता है
मेरा ज़िक्र कभी तो तेरे होटों पे आए
मैं हर लम्हा तेरे गीत गाता रहता हूं
है जरूरी नहीं की तू वाकिफ हो इस राज से
की तेरे चौखट पे दस्तक देकर लौट जाता हूं मैं
पर इतना जानना तो लाजमी है की
दीवाने होंगे लाख तेरे, पर हम जैसा आशिक नही है
कभी खुद को रोक कर,बाहें खोल कर 
मेरा भी इंतजार करना सब कुछ छोड़कर
हमने तो तबसे सब छोड़ दिया 
जब तुमने मुस्कुराया था हमे देखकर
वो गहरी नीली आंखें क्या जादू है उसमे जनाब
जरा नीची नजर कर देखना कहीं बुत न बन जाना आप
वो नजरे है कातिल, उफ उनकी आवाज
दिन दहाड़े कतल कर,हो जाते है फरार
रोज मरते है हम और फिर उठते है, 
एक बार फिर मर जाने को यार
वो कतल भी हसीन हो,जब आखों में हो प्यार
यह सब तो एक तरफा मेरी कहानी है
काश तुम भी ऐसा कुछ महसूस करते हो
यहां हम कविता लिखते और तुम वहां मरते हो
इन सब मैं सादगी है, एक अनोखा सुकून मैं पाऊं
बस यही दुआ करता हूं की तेरे सपनों में मैं आऊं





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