बनावटी


बनावटी ये दुनिया है 
बनावटी है हम 
सच बोलो तो दिल टूटे
झूठ से बस्ता है घर
बर्दाश्त करे न एक दूजे को
पर गले मिले हर पल
समझ से परे है मेरे ये दुनिया
थोड़े तुम बनावटी थोड़े से हम
अतीत की गलत्तीय वर्तमान बिगाड़े
वर्तमान बिगाड़े भविष्य मेरा
सब रौंदे एक दूजे को 
पीछे खींचे निपुण व्यक्ति को
सरलमति में समझ न पाया
इनका फरेब और इनकी माया
सुधार मनुष्य मैं अवशक है
सुधरने का मौका न देता कोई
गर सुधर गए तो बदल जाता व्यवहार
उनका ही जो सुधारना चाहते हमे
बड़ी विचित्र है, बड़ी जटिल है 
मानव जाति बड़ी कुटिल है
कुछ मनुष्य अब भी प्यारे 
चाहे तुम्हे और तुमको माने 
हो जाती है उनसे भी गलतियां
कुछ जाने और कुछ अनजाने
समय समान न रहता हमेशा
जल के भांति बहता हर पल
ईश्वर ने हमें बनाया है लेकिन,
बनावटी हम बने है खुद से
मुखौटे पहनना सीख तो गए 
पर लगता है अब होगया है कायम
बनावटी कुछ तुम बनावटी कुछ हम
बनावटी इस दुनिया में बनावटी है सब










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