सफर



ट्रेन का सफर हम सब करते है
न चाहते हुए, कई कहानियां 
हम सब सुनते है
कुछ की बातें हम करते है
कुछ हमारी बातें करते है
ये न हम जानते है
न वोह जान पाते 
पर एक दूजे की कुछ बातें 
हम साथ ले जाते है
ये बहुत ही विचित्र बात है,
लोगो को न जान कर
टिप्पणी करते उनके चरित्र पर
केवल उनकी बातों को मानकर
माना कई मुद्दे गलत थे
विचार उसके मेरे अलग थे
सफर हमारा एक था
पर दृष्टिकोण हमारे अलग थे
खजाना है ऐसी कई कहानियों का
वो हर एक डब्बा ट्रेन के सवारियों का
कुछ खुश है कुछ है दुखी 
कुछ बैठे है परेशान
और कईयों की भावनाएं है छिपी
झगड़ा भी है और धक्का भी है
गाली भी है और मुक्का भी है
जनाब ये सफर है ट्रेन का
मौका मिले तो करना जरूर
बहुत सी कहानियां प्यारी भी है




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