कर्म


कर्म क्या है, क्या कर्मा है
तू गर वृक्ष है, तुझ से जो जन्मा है
तो तू कर्म है और फल तेरा कर्मा है
यह अंग्रेजी परिभाषा है
जो अब सब की समझ में आता है
करना है इन्हे कुकर्म 
केवल कर्मा को कोसना आता है

जो अतीत है, कल वर्तमान था
जो वर्तमान है, कल भविष्य था
जो भविष्य है, कल वर्तमान होगा
न समय से पहले
न नसीब के ज्यादा होगा
बस उतना होगा,जितना तेरा इरादा होगा

अपना नही तो अपनो का सोच 
टूट न जाएं उन सपनों का सोच
झूठ बोल कर पाई है इज्जत
सच जानने पर जो जलील होगा
थोड़ा उस जलालत का सोच

आज का न विचारो, कल का सोचो
क्षणभर का नही, आगे के परिणाम का सोचो
सोच न सको गर अपने साथियों का
तुम्हारे पीछे खड़े पीढ़ियों का तो सोचो
जो तुम बोए हो, उन्हें न काटनी पड़े
सुख के बजाए, दुख न बाटनी पड़े
समय रहते सुधार जाओ
अन्यथा कर्मों को कोंसते रह जाओगे
सारी उम्र बीत जाएगी
हंसी तो छोड़ो, अश्रु पोछते रह जाओगे









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