सुना करों
सब बस बोल रहे एक साथ
कोई अपनी बात कहने को
कोई दूसरे की न सुनने को
जब कहते हो की बात करो
अपने बातों सा व्यवहार करो
जब मैं हर वक्त सुनता हूं
तो तुम भी अब एक बार सुनो
ये भ्रम है मेरा
या में मानता हूं इसे
मुझे लगा मैं सुन रहा था
पर समझ न आई एक भी बात मुझे
ये दुनिया एक जूम कॉल बन चुका है
जहा म्यूट का बटन दब चुका है
तुम भले बोलो मिनटों हजार
नही जानना है किसीको
क्या है आखिर तुम्हारे विचार
मुझे आभास हुआ है गलतियों का
में जो सोच रहा था,पर कर नही
आ गया है समय निकट
अब खुद को बदलने का
जब कोई कहे अपने मन की बात
भले आप को लगे बकवास
उस बात मैं उसकी चाह है
थोड़ी खुशी और थोड़ी उत्साह है
उस उत्साह को मरने मत दो
खुशी के फूल झड़ने मत दो
सहनशीलता और सहानुभूति रखो
भले निकालो थोड़ा समय
एक दूजे को सुना करो
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