संगीत


संगीत और इतर एक जैसे होते है
कई यादें बसे होते है इनमे 
कई मुलाकातें बसे होते है इनमे
अक्सर लोग संगीत मैं अपना घर पाते है
पर कुछ होते है खुशनसीब
जिन्हें संगीत अपना घर बनाता है

संगीत तृष्णा है संगीत तृप्ति है
संगीत इश्क है संगीत रंजिश है 
संगीत मृत्यु है संगीत मोक्ष है
संगीत मालिक है संगीत खालिक है
संगीत सबाह है संगीत शाम है

जो आंखों से सुनूं तो
वह हर चेहरा एक गीत
जहां होती नही बंदिशें
उस हर रिश्ते में संगीत है
संगीत मर्ज है तो दावा भी है
तुम ले रहे जो हर एक श्वास 
तो संगीत हवा भी है

जहां कुछ भी नही वहां संगीत है
कभी न छोड़े साथ,ऐसा वह मीत है
पराया भाव भी अपना बना दे
कागज़ की कश्ती को समुद्र नका दे
ऐसी एक माया, ताकत है संगीत

मेघ का गरजना, बादलों का बरसना 
धूप में जलती धरा की तिष्णगी
पहली बारिश की बूंद का माथे पर गिरना
एक शिशु का बिन सहारे चलना 
ये सब भी तो संगीत ही है
कुछ आंखों के कुछ ख्वाबों के
कुछ मिलन के कुछ नजरों के


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