ख़ामोशी
चुप रहना ?
अपने काम से काम रखना
या अंतर्मुखी होना
जिसे अंग्रेजी मैं इंट्रोवर्ट कहते है
हम सब कभी न कभी
खामोश किए गए हैं,
खामोश हुए है
या बस कभी शब्दों ने
हमें पराया घोषित किया हो
खामोशी बहुत कुछ है
कुछ एक दूसरे के करीब लाती है
कुछ एक दूसरे से दूर जाने पर पनपती है
कुछ का होना अनिवार्य होता है
कुछ जबरन थोपी जाती है
मुझे इस बाद वाली से बेहद चीड़ होती है
पर मैं आज उस खामोशी की बात करूंगा
जो आकर्षक है, रोचक है
जिसका होना सब कुछ कह जाता है
जो किसी के स्पर्श की तरह कोमल
कुछ ऐसी खामोशियां जिनकी परिभाषा नही है
खामोशी डर और सन्नाटा नही है
यह आदर और जज़्बात है, स्नेह है प्यार है
दो आंखो का चार होना है
एक पिता का पुत्र से बात करना है
दो प्रेमियों के बीच की डोर है खामोशी
जिस पर कई बाते शुरू होती कई खतम
उनके हृदय में पनपती उत्तेजना है खामोशी
एक दूजे के हाथों का करीब आना
धीरे से उनकी उंगलियों का मिलना है खामोशी
वो बेचैन पहली रात है खामोशी
इकमिनान है खामोशी
मां का अपने संतान को
एक टक मौन देखना है खामोशी
दोस्त की कापी घर छुटने पर
अपनी बारी आने पर किताब न दिखना,
और अध्यापक के समाने
होटों पर उंगली दबा कर खड़े रहना है खामोशी
खामोशी केवल किसी चीज का न होना नही है
कुछ चीजों का पर्याप्त होना है ख़ामोशी
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